शुक्रवार, 16 सितंबर 2016

उपभोक्ताओं के लिए खुशखबरी ।

अब आएगे उपभोक्ताओं के अच्छे दिन ।
पिछले सप्ताह भारत सरकार ने अधिसूचना जारी की है जिसमे बताया गया है कि अब जल्दी ही सरकार एक  एसा कानून ला रही है ।जिसमे सरकार तय करेगी वस्तुओं की कीमत ' जिसमे खुदरा बाजार की वस्तुएं सरकार के निस्चित किये गरे रेट पर ही बिकेगी ' और MRP रेट खत्म हो जाएगा ।इस नियम के लागू होने पर कोई भी कंपनी ' व्यापारी ' अथवा दुकानदार  इस नियम का उलंघन करेगा तो उसे पॉच हजार रूपये का जुर्माना देना होगा ।इस कानून के आने से देश मे कालाबाजारी और मुनाफाखोरी पर लगाम लगेगी ।एवं महगाई कम होगी ।
आज बाजार मे यह हो रहा है की खुल्ली वस्तुएं जैसे खादय वस्तुएं दाले अदि वस्तुओं के मुल्य की तुलना मे ' कंपनियों की पेकिंग वाली ब्रांडेड वस्तुऔ के MRP रेट 40% तक  अधिक पाए जा रहे है । खुल्ली और पेकिंग बाली वस्तुओं के रेट मे भारी अंतर को देखते हुए ' सरकार का यह कदम सराहनिय है ।जो उपभोक्ताओं के हितो मे है ।अंदाजा यह लगता है की यह कानून GST के लागू होने से पहले ही लागू होगा ।
दुनिया की आर्थिक प्रणालीयॉ ।
संसार के अलग  अलग देशो मे तीन तरह की अर्थव्यवस्थाऔ का चलन है ।
समाजवाद_ इस व्यवस्था मे संपूर्ण संसाधनो पर सरकार का नियंत्रण और स्वामित्व होता है ।
पूजीवाद _ इस व्यवस्था मे देश के उत्पत्ती के साधनो पर व्यक्तियो का मलिकाना हक होता है । जैसे अमरीका मे पूजीवादी अर्थव्यवस्था अपनाई जा रही है ।
मिश्रित अर्थव्यावस्था _ इस  अर्थिक व्यवस्था मे  देश के ससाधनो पर सरकार  और व्यक्ति दोनो का मिलाजुला स्वामित्व होता है । भारत देश मे यही व्यवस्था अपनाई गई है ।
इसमे मुल्य तंत्र के संचालन को सरकार जनता के हितो के लिए ' अपनी कीमत नीति के तहत नियंत्रित करती है । इस व्यवस्था मे मुल्य तंत्र एक सीमा तक ही क्रियाशील रहता है ।
सीतामनी ए जीमेल डॉट कॉम

चूना उघोग, कम लागत, आधिक मुनाफा

  आज भारत मे 75 पैरेंट लोग पान में जो चुना खाते है।  इस चूने को बनाना और इस तरह की डिब्बी में भरकर बेचने वाले लोग भारी मुनाफा कमाई करते है।